वैसे तो "tourist family' फिल्म ने धूम मचाई है , इस फिल्म में एक से बढ़कर एक किरदार है। पर एक किरदार ऐसा है , जिसका रोले तो काफी छोटा है। पर वो दिल को छू जाता है।
जानते है "भैरवन" क्यों खास है।
१) जब भैरवन धरमदास और उसकी फॅमिली को मिलता है। तब पहले तो उसे शक होता है के शायद ये फॅमिली श्रीलंका से आई हैं। पर फॅमिली में लेडीज तथा छूटे बच्चे को देख नरमाई से पेश आता है।
२) जब भैरवन को पता चलता है के जो फॅमिली उसे नदी कीनारे मिली उसमे जो छोटा बच्चा है जिसका नाम आकाश है। तब उसके अंदर का प्रेम जागता है क्योकि भैरवन के बेटे का नाम आकाश है।
३) भैरवन उस फॅमिली की दुविधा समझता है की वो किस मुश्किल में है। इसलिए भैरवन उन्हें छोड़ देता है। यह दिखाता है के वो एक अच्छा इंसान है।
४) जब भैरवन को पता चलता है के उसके शहर में जो बेम ब्लास्ट हुए उनमे शायद किसी श्रीलंकन का हात है। तब खुद के जस्बात पर काबू रख वो अपने देश के लिए उस फॅमिली को ढूंढ़ने निकलता है। जिससे पता चलता है की वो एक देश प्रेमी है।
५) जब उस फॅमिली को ढूंढ़ना शुरू होता है। और हर एक घर की तलाशी ली जाती है तब सबकी बोली भाषा जान कर भरावन समझ जाता है की उस फॅमिली से सबका क्या रिश्ता है। जो सब उन्हें बचने के लिए खुद की भी परवाह नहीं कर रहे है।
"टूरिस्ट फॅमिली" में जितना महत्वपूर्ण "धर्मदास" है, उतनाही महत्वपूर्ण है "भैरवन"